गूगल साइट किट उसे करने के फायदे ?

 


Google साइट किट प्लगइन क्या है? Google साइट किट का उपयोग करने के लाभ?

नमस्कार दोस्तों, सभी ब्लॉगर्स के लिए एक नई खुशखबरी है, कि Google ने हाल ही में Google साइट किट प्लगइन नाम से वर्डप्रेस उपयोगकर्ताओं के लिए एक नया प्लगइन लॉन्च किया है, और Google यह भी कहता है कि यदि ब्लॉगर इस प्लगइन का उपयोग करते हैं। अगर आप इनका इस्तेमाल करते हैं तो आप इनकी 70% स्पीड और परफॉर्मेंस की समस्या से निजात पा सकते हैं।


Google Site Kit Plugin क्या है, हेलो फ्रेंड्स, क्या आप Google Site Kit Plugin के बारे में जानते हैं?, क्या आप जानते हैं कि इसमें क्या फीचर है और इसे इस्तेमाल करने के क्या-क्या फायदे हैं, अगर नहीं तो आप बिल्कुल सही ब्लॉग पर आए हैं


अब आप यह नहीं सोच रहे होंगे दोस्तों, आखिर इस प्लगइन में ऐसा कुछ है जो ब्लॉगर्स की समस्या को चुटकियों में खत्म कर देगा।


दोस्तों Google ने सबसे पहले सभी Bloggers के लिए एक Best Services Plugin बनाया है जिसका नाम Google Site Kit Plugin है।


इस प्लगइन में कोई अतिरिक्त सेवाएं नहीं जोड़ी गई हैं, कहने का मतलब यह है कि अन्य साइटों से प्राप्त होने वाले सभी डेटा अब एक ही स्थान पर दिखाई देंगे, जिसका अर्थ है कि वर्डप्रेस के व्यवस्थापक पैनल में, जो हमारे समय की बचत करेगा और अच्छा प्रदर्शन करो।


गूगल साइट किट प्लगइन इंटरफ़ेस :-

Google Site Kit Plugin के इंटरफ़ेस की बात करें तो इसमें आपको आपकी वेबसाइट का पूरा ट्रैफ़िक डेटा मिलेगा जो आपको सर्च कंसोल में मिलता था,


साथ ही आपको यह भी पता चलेगा कि आपके किस कंटेंट पर ज्यादा ट्रैफिक आ रहा है और कौन सा पोस्ट टॉप पर चल रहा है।


साथ ही इसमें आपके कंटेंट की लोकप्रियता भी दिखेगी,


और सबसे खास बात यह है कि आपके ब्लॉग की पेज स्पीड भी समय-समय पर चेक की जाएगी और आप यह भी चेक कर सकते हैं कि इसके लिए आपको और भी बहुत कुछ करने की जरूरत पड़ेगी।


गूगल साइट किट प्लगइन फ़ीचर:-

एक सफल वेबसाइट चलाने के लिए, मालिक को कौन से डेटा की जाँच करने की आवश्यकता है, और इसके लिए हम किन Google सेवाओं का उपयोग करते हैं।


गूगल सर्च कंसोल?

Google Search Console को Blog SEO के लिए सबसे अच्छे Tools में से एक माना जाता है, लेकिन जब भी हमें अपने Blog के Data को Analyse करना होता है, तो हमें इसकी साइट पर अलग से जाना पड़ता है।


जो अब नहीं करना पड़ेगा बल्कि हम वर्ड प्रेस के एडमिन एरिया में दिखाना शुरू कर देंगे जिससे हमें ज्यादा परेशानी नहीं होगी और आसानी से काम कर पाएंगे।


गूगल ऐडसेंस ?

Google Adsense यह भी एक Google का ही प्रोडक्ट है जिसमे हम अपने ब्लॉग की कमाई चेक करते है लेकिन अब से हमें इसके लिए किसी दूसरी साइट पर जाने की जरुरत नहीं है बल्कि Google Site Kit Plugin की मदद से हम WordPress में दिखाना शुरू कर देंगे अपने आप।


गूगल विश्लेषिकी ?

गूगल एनालिटिक्स से हमें अपने ब्लॉग के ट्रैफिक की पूरी जानकारी पता चल जाती है कि यह कहां से आ रहा है और किस पर कंटेंट आ रहा है,


लेकिन अब यह सारी जानकारी हमें वर्डप्रेस के एडमिन पैनल में ही मिल जाएगी जिससे हमारा काफी समय बचेगा और हम अच्छे से एनालिसिस कर पाएंगे।


गूगल पेज इनसाइट्स?

इसकी मदद से हम अपने ब्लॉग की स्पीड और परफॉरमेंस चेक करते हैं जिससे हमें पता चलता रहता है कि हमारा ब्लॉग कितने समय में खुल रहा है,


लेकिन इसके लिए अब हमें बार-बार चेक करने की जरूरत नहीं है, बल्कि गूगल खुद चेक करेगा और समय-समय पर हमें बताता रहेगा।


वर्डप्रेस में गूगल साइट किट प्लगइन कैसे इनस्टॉल करें?

इसके लिए अगर आप Wordpress के Plugin एरिया में जाते हैं तो Add New पर क्लिक करें।


उसके बाद Activate करने के बाद WordPress के डैशबोर्ड में जाए फिर लेफ्ट साइड में देखे साइट किट के नाम से एक ऑप्शन आएगा जिस पर आपको क्लिक करना है।


इसके बाद स्टार्ट सेटअप पर क्लिक करें।

फिर उसके बाद बारी-बारी से सभी अकाउंट्स को वेरिफाई करें, ध्यान रखें कि इसमें आपको ज्यादा कुछ करने की जरूरत नहीं है और न ही कोई कोडिंग करनी है, आपको बस स्टेप बाय स्टेप Google Adsence अकाउंट अकाउंट, Google एनालिटिक्स अकाउंट और सर्च कंसोल अकाउंट वेरिफाई करना है .


फिर आपकी वेबसाइट का पूरा डेटा आपके वर्डप्रेस डैशबोर्ड पर दिखने लगेगा जिससे आपको कहीं और जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी।


निष्कर्ष

तो दोस्तों मुझे उम्मीद है कि अब आप अच्छी तरह से समझ गए होंगे कि Google Site Kit Plugin क्या है और Google Site Kit Plugin के क्या फायदे हैं, साथ ही इसे आप अपनी साइट पर कैसे इस्तेमाल कर सकते हैं।


अगर आपको यह पोस्ट किसी काम की लगी हो तो प्लीज इसे अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर शेयर जरूर करें।


धन्यवाद !

0 Response to "गूगल साइट किट उसे करने के फायदे ?"

Post a Comment

Article Top Ads

Central Ads Article 1

Middle Ads Article 2

Article Bottom Ads